ढोढर, जो मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के जावरा तहसील में स्थित है, अपने कृषि उत्पादन और व्यापार के लिए जाना जाता है। यहाँ की ढोढर उप मंडी को एक बार फिर से शुरू करने की योजना बनाई गई है, जो किसानों और व्यापारियों के लिए एक बड़ा अवसर साबित होगी।
मंडी फिर से शुरू होने की घोषणा:
मंडी में व्यापारिक गतिविधियाँ पहले से बंद पड़ी थीं, लेकिन अब 20 मार्च 2025 से इसे पुनः प्रारंभ किया जाएगा। मंडी में शेड का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और अब इसके प्रांगण में सीसी निर्माण कार्य किया जाएगा, जिससे व्यापारियों और किसानों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें।
व्यापारियों और प्रशासन की बैठक:
मंडी को पुनः शुरू करने के लिए हाल ही में विधायक, मंडी सचिव और व्यापारियों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में व्यापारियों की समस्याओं और उनकी आवश्यकताओं पर चर्चा की गई। मंडी प्रशासन और सरकार ने आश्वासन दिया कि व्यापारिक गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक सुधार किए जाएंगे।
मंडी की विशेषताएँ और लाभ:
किसानों को उचित मूल्य: मंडी में कृषि उत्पादों की बिक्री से किसानों को उनके फसलों का उचित दाम मिलेगा।
व्यापार के नए अवसर: स्थानीय व्यापारियों और अन्य जिलों के व्यापारियों को यहाँ व्यापार करने का मौका मिलेगा।
इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार: मंडी में नए शेड और सीसी प्रांगण का निर्माण किया जा रहा है, जिससे व्यापारिक गतिविधियाँ सुगम होंगी।
बढ़ी हुई क्षमता: उप मंडी मे प्रतिदिन एक हजार बोरी की खरीदी की जा सकती है
सुरक्षा एवं सुविधाएँ: नई लाईट्स और अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए 28 लाख रुपये का टेंडर स्वीकृत किया गया है
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भविष्य की संभावनाएँ:
ढोढर उप मंडी के पुनः शुरू होने से क्षेत्र के किसानों और व्यापारियों को लाभ मिलेगा। इससे न केवल कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी। प्रशासन और व्यापारी मिलकर इस मंडी को सफल बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
ढोढर उप मंडी का पुनः संचालन किसानों और व्यापारियों के लिए एक सकारात्मक पहल है। इससे कृषि उत्पादों का उचित मूल्य सुनिश्चित होगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। यदि यह योजना सफल होती है, तो यह आने वाले समय में एक आदर्श मंडी बन सकती है